विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी FPIs की ओर से प्राइमरी मार्केट में निवेश लगातार बढ़ रहा है... पिछले 2 महीने में FPIs ने प्राइमरी मार्केट में 12,500 करोड़ रुपए का निवेश किए हैं जबकि सेकेंडरी मार्केट में पिछले 3 महीने से लगातार बिकवाली हो रही है तो सेकेंडरी मार्केट में जारी बिकवाली के बावजूद FPIs की ओर से प्राइमरी मार्केट में निवेश के क्या मायने हैं? जानने के लिए वीडियो देखें.
एफपीआई ने भारतीय बॉन्ड बाजार में 6,080 करोड़ रुपए से डाले भी हैं
बाजार में लगातार कई दिन से गिरावट का दौर जारी है. बीते दो महीने में विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी FPIs ने भारतीय बाजार में करीब 25,000 करोड़ रुपए की बिकवाली की है. क्या ये बिकवाली आगे भी जारी रहेगी? अगर हां, तो क्या जिन कंपनियों में उनकी सबसे ज्यादा होल्डिंग है. उन शेयरों में बिकवाली का दबाव ज्यादा रह सकता है? और ऐसे शेयरों में क्या करना चाहिए? जानिए इस वीडियो में-
FPI Inflow: कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान का कहना है कि अगस्त में पूंजी प्रवाह का श्रेय घरेलू बाजार में आर्थिक गतिविधियों में सुधार को जाता है